अपनी पल्वराइज़र मशीन की क्षमता कैसे मापें?
Pulverizer Machine किसी भी फूड प्रोसेसिंग यूनिट या मसाला निर्माण व्यवसाय की रीढ़ होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी मशीन की असली क्षमता कितनी है? मशीन की क्षमता जानना न सिर्फ उसके उपयोग को बेहतर बनाता है, बल्कि उत्पादन प्लानिंग और गुणवत्ता नियंत्रण में भी मदद करता है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि पल्वराइज़र मशीन की क्षमता को कैसे मापा जाए, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
⚙️ 1. मशीन की HP (Horsepower) देखना
Pulverizer की क्षमता का पहला और सीधा संकेत है उसकी मोटर की HP:
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2HP–5HP: छोटे घरेलू उपयोग के लिए
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7.5HP–10HP: छोटे व्यवसाय या दुकानों के लिए
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15HP और उससे ऊपर: मिडियम से लेकर बड़ी इंडस्ट्री के लिए
HP जितना अधिक होगा, मशीन उतना ज़्यादा लोड और लंबे समय तक बिना रुके चल सकती है।
🕒 2. प्रति घंटा उत्पादन (Kg/Hr) से मापना
Pulverizer मशीन की रेटिंग आमतौर पर “किलोग्राम प्रति घंटा (Kg/hr)” में दी जाती है। यानी एक घंटे में वह मशीन कितनी सामग्री पीस सकती है।
उदाहरण:
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AZAGC751A – 50 से 80 किलोग्राम/घंटा
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AZAGC1001A – 80 से 100 किलोग्राम/घंटा
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AZAGC1501A – 120 से 150 किलोग्राम/घंटा
मशीन पर दिया हुआ मॉडल नंबर और डेटा शीट इसकी स्पष्ट जानकारी देता है।
⚖️ 3. कच्चे माल की प्रकार और नमी स्तर
सभी सामग्री एक जैसी नहीं होती। हल्दी, धनिया, मिर्च, चना, गेहूं — सबकी पीसाई में मशीन की परफॉर्मेंस अलग हो सकती है।
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सूखी और कठोर सामग्री – थोड़ा धीमा उत्पादन
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नमी वाली सामग्री – मोटर पर लोड ज़्यादा और आउटपुट कम
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हल्की सामग्री (जैसे धनिया) – तेज़ पीसाई लेकिन कम वेट आउटपुट
इसलिए, मशीन की क्षमता समझते समय हमेशा कच्चे माल के प्रकार को ध्यान में रखें।
📏 4. साइज ग्रेडर और साइकलोन सिस्टम का असर
अगर मशीन में इनबिल्ट Grader और Cyclone सिस्टम है, तो:
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उत्पादन साफ-सुथरा होगा
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धूल और अतिरिक्त पदार्थ अलग होंगे
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समय की बचत होगी
हालांकि ग्रेडिंग के कारण कुछ मात्रा कम हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता बढ़ती है।
🧪 5. ट्रायल रन से टेस्ट करें
अगर आप कोई नई मशीन खरीदने वाले हैं, तो सबसे अच्छा तरीका है – एक ट्रायल रन:
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एक तय मात्रा का कच्चा माल लें
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उसे मशीन में डालें और टाइमर चलाएं
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देखें कितनी मात्रा कितने समय में पिस रही है
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इसी से रीयल कैपेसिटी का अंदाजा मिलता है
✅ निष्कर्ष: सही कैपेसिटी जानना क्यों ज़रूरी है?
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प्रोडक्शन शेड्यूल बेहतर बनता है
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बिजली की खपत और मशीन पर लोड का अंदाजा लगता है
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कस्टमर की डिमांड के अनुसार सप्लाई तैयार होती है
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मशीन का ओवरलोड और ब्रेकडाउन रोका जा सकता है